जई के दूध में डाइटरी फाइबर होता है, जो खराब कोलेस्ट्रॉल का स्तर को कम करने में मदद कर सकता है। कई अध्ययनों के अनुसार, पर्याप्त मात्रा में जई उत्पाद खाने से खराब कोलेस्ट्रॉल कम होता है और हृदय रोग का खतरा कम होता है।
जई के दूध में मौजूद कैल्शियम, आयरन और अन्य खनिज हड्डियों को स्वस्थ और मजबूत रखने में मदद कर सकते हैं। यह दूध विटामिन-B12 का एक अच्छा स्रोत है, जो ऑस्टियोपोरोसिस के जोखिमों को कम कर सकता है।
जई का दूध इम्यूनिटी को बढ़ाकर रोगों से लड़ने की शक्ति प्रदान कर सकता है। इतना ही नहीं, जई के दूध में एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण भी शामिल होते हैं, जो बीमारियों के साथ त्वचा की सूजन को कम करने में प्रभावी हो सकते हैं।
जई के दूध में मौजूद डाइटरी फाइबर ब्लड शुगर और ब्लड लिपिड स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है। यह भोजन के बाद ग्लूकोज और इंसुलिन प्रतिक्रियाओं को कम करने में मदद कर सकते हैं। इस लिहाज से यह मधुमेह रोगियों के लिए लाभदायक है।
बढ़े हुए वजन को कम करने का प्रयास करने वाले लोगों के लिए जई के दूध का सेवन भी फायदेमंद है। एक शोध के अनुसार, इसमें मौजूद डाइटरी फाइबर पाचन क्रिया को मजबूत करने के साथ-साथ वसा को कम करने का काम कर सकता है।