एक शोध के अनुसार, कलौंजी में मौजूद एंटी-हाइपरकोलेस्टरोलेमिक गुण खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) और ट्राइग्लिसराइड्स (Triglyceride) का स्तर कम कर सकता है। खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में कलौंजी के बीज का पाउडर लाभकारी हो सकता है।
एक अध्ययन के अनुसार, जिन लोगों ने 5-6 हफ्तों तक कलौंजी का सेवन किया, उनमें बॉडी मास इंडेक्स (BMI) और कुल वसा का स्तर कम हुआ। वजन घटाने के लिए रोजाना खाली पेट कलौंजी को गुनगुने पानी से निगलें।
कलौंजी में एंटी-कैंसर प्रभाव के साथ ल्यूटिन नामक पोषक तत्व पाया जाता है, जो एक तरह का एंटी-ऑक्सीडेंट है। यह एंटी-ऑक्सीडेंट शरीर में मुक्त कणों को बेअसर कर स्तन कैंसर के साथ-साथ कई तरह के कैंसर को पनपने से रोकने में मदद कर सकता है।
हर दिन 2 ग्राम कलौंजी का सेवन करने से मधुमेह रोगियों में रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है। एक ईरानी अध्ययन ने ग्लूकोज होमियोस्टेसिस पर कलौंजी के लाभकारी प्रभावों को भी दिखाया था, जो मधुमेह का जोखिम बढ़ाता है।
कलौंजी का सेवन ब्लड प्रेशर के जोखिमों को कम करने में सहायक हो सकता है। नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन (NCBI) की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध के अनुसार, कलौंजी में एंटी-हाइपरटेंशन प्रभाव होता है, जो ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है।