कुटजा एक प्राचीन आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है, जिसे 'सकरा' के नाम से भी जाना जाता है। सदियों से इसका पौधा, बीज, छाल, जड़, फूल और पत्तियों सहित इसके सभी भागों का इस्तेमाल कई बीमारियों को दूर रखने के लिए किया जा रहा है।
डायरिया की समस्या में लगातार दस्त, मतली, डिहाइड्रेशन और पेट में ऐंठन होती रहती है। इन लक्षणों को प्रबंधित करने के लिए कुटजा का इस्तेमाल किया जा सकता है।
अगर आप मधुमेह से पीड़ित हैं तो अपने आहार में कुटजा को शामिल करके इस समस्या से राहत पा सकते हैं। यह जड़ी-बूटी हाइपोग्लाइकेमिक गुणों से भरपूर होती है, जो शरीर में उच्च ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में मददगार है।
पेचिश एक गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्या है, जो आंत में बैक्टीरिया के कारण होती है। इसमें व्यक्ति का वजन तेजी से कम होने लगता है और उसे उल्टी, पेट में ऐंठन, बुखार और मतली जैसी दिक्कतें भी होती है। इससे राहत के लिए कुटजा का सेवन करें।
कुटजा त्वचा की देखभाल करने में भी मदद कर सकती है। अगर आप खुजली, जलन, सनबर्न, घाव और मुंहासे जैसी कई त्वचा से संबंधी समस्याओं से परेशान हैं तो इलाज के लिए कुटजा का इस्तेमाल करें।