जब किसी व्यक्ति में कोर्टिसोल हॉर्मोन असंतुलित और बढ़ जाता है तो वह व्यक्ति तनावग्रस्त रहता है। तुलसी में एंटी-स्ट्रेस गुण होते हैं, जो तनाव से राहत दिलाने में मदद करते हैं। इस वजह से तुलसी के पानी का सेवन करने से शरीर में कोर्टिसोल के स्तर को कम किया जा सकता है।
सर्दियों के मौसम में अक्सर सर्दी और जुकाम जैसी समस्याएं हो जाती हैं। इनसे बचाव के लिए तुलसी के पानी का सेवन बेहद लाभकारी है। इसमें रोजमेरिनिक एसिड होता है, जो एंटी-एलर्जेनिक के साथ-साथ एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रभाव से युक्त होता है। ये दोनों प्रभाव मौसमी एलर्जी से बचाव करने में सहायक हैं।
हाई ब्लड प्रेशर से डायबिटीज, स्ट्रोक, किडनी फेल, दिल की बीमारी या मौत भी हो सकती है, इसलिए इसे नियंत्रित करना जरूरी है। रोजाना सुबह तुलसी के पत्तों को पानी में उबालकर पीने से ब्लड प्रेशर के स्तर को नियंत्रित किया जा सकता है।
सुबह के समय तुलसी के पानी का सेवन करने से मल त्याग को नियमित किया जा सकता है। इसके सेवन से कई तरह की पाचन संबंधित समस्याओं को भी दूर किया जा सकता है। इसके अलावा इस पेय से शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालना भी आसान है।
सबसे पहले तुलसी के कुछ ताजे पत्ते 15 मिनट के लिए पानी में उबालें। फिर इस मिश्रण को एक गिलास में छानकर इसे खाली पेट पीएं। इसके अतिरिक्त छानने पर जो तुलसी के पत्ते निकलें, उन्हें फेंके नहीं क्योंकि इसे किसी भी भोजन में उपयोग किया जा सकता है।