विभिन्न पाचन समस्याओं से निपटने में कैमोमाइल चाय काफी मदद कर सकती है। यह भूख को बढ़ावा देने और शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में कारगर है। इसके अतिरिक्त यह पाचक रसों के स्राव को बढ़ावा दे सकती है।
कैमोमाइल के अर्क में अत्यधिक मात्रा में मोटापा विरोधी गुण मौजूद होते हैं, जो मेटाबॉलिज्म को तेज करके शरीर में मौजूद अतिरिक्त चर्बी और कैलोरी को जलाने में सहायक हैं। यह वजन घटाने के लिए एक अच्छा विकल्प है।
कैमोमाइल चाय में मौजूद एपिजेनिन एक प्राकृतिक ट्रैंक्विलाइजर के रूप में कार्य करता है। यह तंत्रिकाओं को शांत करके चिंता को कम करता है। कई अध्ययनों के मुताबिक, जो लोग रोजाना कैमोमाइल चाय पीते हैं, उनमें मानसिक थकान कम होती है।
माहवारी यानी पीरियड्स के दौरान पेट में दर्द और ऐंठन जैसी कष्टदायक समस्याएं होने लगती हैं, जो आमतौर पर प्रोस्टाग्लैंडीन हार्मोन के अत्यधिक स्राव के कारण होती हैं। हालांकि, कैमोमाइल चाय का सेवन इससे छुटकारा दिलाने में मदद कर सकता है।
कैमोमाइल चाय शरीर में शुगर के स्तर को नियंत्रित कर मधुमेह से बचाए रखने में मदद कर सकती है। विशेषज्ञों के अनुसार, कैमोमाइल चाय शरीर में इंसुलिन का स्तर बनाए रखने में मदद करती है, जिससे ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद मिलती है।