उच्च सोडियम यानी अधिक नमक के खाद्य पदार्थों का सेवन करने से किडनियों पर दबाव पड़ता है। रिफाइंड स्नैक्स, डिब्बाबंद सूप और फास्ट फूड जैसे उच्च सोडियम वाले खाद्य पदार्थों से किडनी की समस्या वाले व्यक्तियों को परहेज करना चाहिए।
पोटैशियम एक खनिज है, जो स्वस्थ व्यक्ति के लिए भले ही लाभदायक हो, लेकिन खराब किडनी वाले लोगों के लिए हानिकारक हो सकता है। इसका कारण है कि उनका शरीर पोटैशियम के स्तर को विनियमित करने के लिए संघर्ष करता है।
दुग्ध उत्पादों में फास्फोरस की काफी मात्रा होती है, जो किडनी की बीमारी वाले लोगों की स्थिति को और खराब कर सकता है। ऐसे लोगों को फास्फोरस के स्तर की बारीकी से निगरानी करने की आवश्यकता है।
ऑक्सालेट किडनी की पथरी के निर्माण में योगदान कर सकते हैं। उच्च ऑक्सालेट वाले खाद्य पदार्थों में पालक, चुकंदर और कुछ मेवे शामिल होते हैं, इसलिए अगर आपको पहले से किडनी में पथरी की समस्या है तो इनके सेवन से दूरी बना लें।
अत्यधिक मात्रा में चीनी का सेवन करने से मधुमेह और मोटापा हो सकता है, जो किडनी रोग के जोखिम कारक हैं। इसके अलावा उच्च प्रोटीन वाले खाद्य पदार्थ भी किडनी पर अतिरिक्त दबाव डाल सकते हैं।