अगर आप पाचन संबंधी समस्याओं का अनुभव करते हैं तो अपनी डाइट में छोले को शामिल करें। छोले में घुलनशील फाइबर की मात्रा अधिक होती है, जो कब्ज, इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम (IBS) और यहां तक कि कोलन कैंसर आदि के जोखिम कम कर सकता है।
पोटेशियम और मैग्नीशियम से भरपूर छोले हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में भी मदद कर सकते हैं। इसके अलावा, इसमें मौजूद घुलनशील फाइबर LDL यानी खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को भी कम कर सकता है। बता दें कि खराब कोलेस्ट्रॉल हृदय रोग का कारक बनता है।
छोले कोलीन नामक खास तत्व से भरपूर होते हैं, जो मस्तिष्क के कामकाज और मानसिक स्वास्थ्य को स्वस्थ रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। इनमें मैग्नीशियम भी होता है, जो तंत्रिका तंत्र के लिए अच्छा साबित हो सकता है।