यह चाय एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होती है, जो सूजन और लालिमा को कम करने और गले के ऊतकों की मरम्मत में मदद कर सकती है।
हल्दी की चाय में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-सेप्टिक गुणों के साथ-सात करक्यूमिन नामक खास तत्व होता है, जो इम्युनिटी को बढ़ावा देकर वायरल संक्रमण से सुरक्षित रखने में मदद कर सकता है।
ग्रीन टी में मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण गले में होने वाली समस्याओं को दूर करने और शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में सहायक हो सकते हैं।
अगर आपको गले में खराश और खांसी हो तो इन समस्याओं को दूर करने में पुदीने की चाय मदद कर सकती है क्योंकि इसमें मौजूद गुण और इसकी सुगंध गले को आराम दे सकते हैं।
मुलेठी की चाय का सेवन भी वायु प्रदूषण के प्रभाव को कम करने में सहायक हो सकता है। लाभ के लिए रोजाना एक कप मुलेठी की चाय पीना काफी है।