खजूर के रस से बनाए जाने वाले इस गुड़ को ताड़ का गुड़ और नोलेन गुड़ भी कहा जाता है। यह गुड़ आयरन, फॉस्फोरस और मैग्नीशियम से भरपूर होता है। पश्चिम बंगाल में सबसे ज्यादा लोकप्रिय यह गुड़ शरीर के हीमोग्लोबिन के स्तर को बनाए रखने में मदद करता है और आपकी इम्यूनिटी को बढ़ाने में सहायक हो सकता है।
इस गुड़ को बनाने के लिए सबसे पहले गन्ने के रस को पारंपरिक तरीके से उबालकर और छानकर मथा जाता है। फिर गुड़ ब्लॉक बनाने के लिए रस को ठंडा करके जमाया जाता है। यह वजन घटाने, लिवर को डिटॉक्स करने और सांस की समस्याओं से राहत दिलाने में भी मदद कर सकता है।
नारियल के रस से तैयार किया जाने वाला यह गुड़ आयरन और मैग्नीशियम से भरपूर होता है और इसमें सुक्रोज नहीं होता है। यह गले की खराश, खांसी और सर्दी की समस्याओं के खिलाफ अत्यधिक प्रभावी होता है। यह पेट को ठंडक पहुंचाने में भी मदद करता है।
केरल के इडुक्की जिले का मरयूर नामक स्थान गन्ने के उत्पादन के लिए जाना जाता है, जिससे बना गुड़ भी काफी ज्यादा लोकप्रिय है। पारंपरिक तकनीकों का उपयोग करके उत्पादित इस गुड़ की खेती मरयूर और कंथलूर क्षेत्रों के सीढ़ीदार गन्ने के खेतों में की जाती है।