बिस्किट शब्द की उत्पत्ति लैटिन भाषा के शब्द 'बिस' और 'कोकरे' से हुई है। इसमें बिस का अर्थ 'दो बार' और कोकरे का अर्थ है 'पकाया हुआ' है। यह कुकीज की तुलना में अधिक सख्त, फूले हुए और पतले होते हैं। इन्हें मैदा, मक्खन, चीनी और नमक जैसी सामग्रियों के उपयोग से बनाया जाता है।
कुकी शब्द की उत्पत्ति डच शब्द 'कोकेजे' से हुई है और इसका अर्थ होता है 'छोटा केक'। यह बिस्किट की तुलना में बड़े, नरम और क्रंची होते है। ये चोको चिप्स जैसी सामग्रियों के साथ भी उपलब्ध हैं। इसका आटा बिस्कुट के आटे से ज्यादा नरम और सख्त होता है।
यह बिस्कॉटी मूल रूप से लंबे, सूखे और सख्त होते हैं। इन्हें दो बार बेक किया जाता है। इन्हें पहले लंबे रूप में बेक किया जाता है और फिर इसके अलग-अलग टुकड़े कर सही बनावट और नमी देने के लिए फिर से बेक किया जाता है। यह आकार में कुरकुरे, लंबे और आयताकार होते हैं।
रस्क पूरी तरह से सूखे, लेकिन बेहद कुरकुरे होते हैं। इन्हें बिना किसी पेय के चबाना थोड़ा मुश्किल होता है। यह दो बार बेक की हुई ब्रेड है, जो आयताकार होती है और आमतौर पर इसे चाय में डुबोकर खाया जाता है। यह एक ग्रीक स्नैक है जो लगभग 7वीं सदी से चला आ रहा है।
केक रस्क इटैलियन बिस्कॉटी के समान है, लेकिन दोनों में कुछ अंतर हैं। इसे भी दो बार बेक किया जाता है। हालांकि, इसे बनाने के लिए बिस्किट के आटे के बजाय स्पंज केक का इस्तेमाल किया जाता है। यह स्वाद में मीठे होते हैं और रस्क की तुलना में इनमें अधिक कैलोरी युक्त होती है।