राजनांदगांव के राजा महंत घासीदास के नाम का यह संग्रहालय इतिहास के शौकीन और पुरातत्व में रुचि रखने वालों के लिए अवश्य देखने लायक है। इस 2 मंजिला परिसर के भीतर एक सुंदर पुस्तकालय है, जिसमें पुस्तकें और अभिलेख हैं।
शहर के केंद्र के करीब स्थित यह पार्क कई एकड़ हरी-भरी भूमि पर फैला हुआ है, जो पिकनिक के लिए बिल्कुल उपयुक्त है। इसमें नौकायन के लिए एक झील, कुछ विज्ञान प्रदर्शनी और एक संगीतमय फव्वारा है। पार्क के भीतर कुछ फूड ज्वाइंट भी हैं।
शांति और सुकून के अहसास से भरपूर यह जगह बूढ़ा तालाब यानी पुरानी झील के नाम से भी मशहूर है। कई हरे-भरे पेड़ों, विशेषकर ताड़ के पेड़ों से घिरा यह स्थान सुखदायक झील के दृश्य प्रस्तुत करता है
परिवार और दोस्तों के साथ आनंद के कुछ क्षण बिताने के लिए यह एक बहुत ही मजेदार स्थल है। यह पार्क अपने विभिन्न फन वाटर स्लाइड्स, रेन डांस, किड्स जोन, रेस्तरां और फैमिली पूल के लिए प्रसिद्ध है।
11वीं शताब्दी का यह मंदिर खारून नदी तट पर पुराने किले क्षेत्र में स्थित है। यह मंदिर देवी दुर्गा को समर्पित है और इसलिए नवरात्रि और दुर्गा पूजा के समय बड़ी संख्या में भक्त यहां आते हैं।