अपाश्चुरीकृत दूध और फलों के जूस का सेवन गर्भवती महिला के लिए सही नहीं माना जाता है। ये चीजें लिस्टिरिया, कैंपिलोबैक्टर, साल्मोनेला और ट्यूबरक्लोसिस जैसे हानिकारक बैक्टीरिया से युक्त होती हैं, जो गर्भावस्था के दौरान कई तरह की समस्याएं उत्पन्न कर सकते हैं।
चाय और कॉफी जैसे पेय पदार्थ कैफीन युक्त होते हैं, इसलिए गर्भवती महिला को कम मात्रा में इनका सेवन करना चाहिए। अमेरिकन कॉलेज ऑफ ओब्स्टेट्रिशियन एंड गायनेकोलॉजिस्ट के अनुसार, गर्भवती महिलाओं के लिए रोजाना 200 मिलीग्राम से कम कैफीन का सेवन करना सही है।
पका पपीता कई आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर होता है और गर्भावस्था के दौरान इसका सेवन सुरक्षित होता है। हालांकि, इस अवधि के दौरान कच्चा या आधा पका पपीता हानिकारक हो सकता है क्योंकि इसमें लेटेक्स और पपैन जैसे हानिकारक पदार्थ मौजूद होते हैं जो गर्भपात का कारण बन सकता है।
अंगूर और अनानास बहुत गुणकारी फल होते हैं, लेकिन गर्भावस्था के दौरान विशेषज्ञ इनका सेवन सुरक्षित नहीं मानते हैं। दरअसल, अंगूर की तासीर गर्म होती है और इसके ज्यादा सेवन से जल्दी लेबर पेन या गर्भपात का खतरा उत्पन्न हो सकता है। इसी तरह अनानास भी गर्भवती महिलाओं को नहीं खाना चाहिए।
डिब्बाबंद चीजों में कई तरह के केमिकल्स तत्व मिलाए जाते हैं, इसलिए इनका सेवन गर्भवती महिला और होने वाले शिशु के लिए नुकसानदायक हो सकता है। इसी तरह शराब से भी गर्भवती महिला को दूरी बना लेनी चाहिए। इससे शिशु का शारीरिक और मानसिक विकास प्रभावित होता है।