मानसून के दौरान हवा में परागकणों की मात्रा बढ़ने के कारण एलर्जी बहुत तेजी से फैलती है। ऐसे में अपने घर को साफ रखना महत्वपूर्ण है।
अधिकांश फेफड़ों की बीमारियां कमजोर प्रतिरक्षा वाले शरीर पर हमला करती हैं। इस वजह से प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाए रखने के लिए ऐसे खाद्य पदार्थों का सेवन करना महत्वपूर्ण है, जिनमें एंटी-ऑक्सीडेंट प्रचुर मात्रा में हों।
अगर आपको मानसून में सांस लेने में परेशानी होती है तो खुद को बारिश से बचाने के साथ ही खुद को गर्म रखने की कोशिश करें। इसके लिए बारिश में भीगने से बचें और समय-समय पर भाप लें।
एलर्जी और 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को मानसून आने से पहले इंफ्लूएंजा और निमोनिया सहित सामान्य श्वसन बीमारियों के टीके लगवा लेने चाहिए।
अस्थमा, ब्रोंकाइटिस, क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD) और ऐसी किसी भी बीमारी से पीड़ित व्यक्ति को मानसून का मौसम आने से पहले अपने पल्मोनोलॉजिस्ट से परामर्श लेना चाहिए। इससे आपको यह जांचने में मदद मिलेगी कि क्या उनकी उपचार योजना में बदलाव की जरूरत है या नहीं।