यह भगवान गणेश को समर्पित मंदिर है। ऐसा माना जाता है कि इस मंदिर में जाने से कामनाएं जल्दी पूरी होती हैं। यह मंदिर राज्य की सबसे पुरानी इमारतों में से एक है और इसे साल 1801 में बनाया गया था।
यह मंदिर भुलेश्वर नामक जगह पर स्थित है और देवी मुंबा को समर्पित है। ऐसा माना जाता है कि मंदिर को कोली मछुआरों द्वारा बनाया गया था, जो मुंबई के मूल निवासी हैं। यह मंदिर भीड़भाड़ वाले बाजार के बीच में है, इसलिए इस जगह पर थोड़ा सावधानी बरतते हुए जाएं।
महालक्ष्मी रेलवे टर्मिनल से थोड़ी दूरी पर स्थित यह दरगाह मुंबई के सबसे प्रसिद्ध स्थलों में से एक मानी जाती है। साल 1431 में पीर हाजी अली शाह बुखारी नाम के एक बहुत अमीर सूफी संत और मुस्लिम व्यापारी ने इस दरगाह का निर्माण करवाया था।
यह चर्च दक्षिणी मुंबई में स्थित है। इसका निर्माण ब्रिटेन के भारतीय शासकों ने उन हजारों सैनिकों की याद में किया था, जिन्होंने 1835-43 तक चले पहले अफगानिस्तान युद्ध में लड़ते हुए अपनी जान गंवाई थी। यही कारण है कि इस चर्च को अफगान चर्च कहा जाता है।
यह मंदिर दक्षिणी मुंबई में मालाबार हिल्स पर मरीन ड्राइव के पास स्थित है। मंदिर के सामने बॉम्बे इंटरनेशनल स्कूल एक प्रसिद्ध लैंडमार्क है। बाबुलनाथ मंदिर मुंबई के प्राचीन मंदिरों में से एक है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। इसका निर्माण साल 1780 में किया गया था।