अखरोट के तेल में मौजूद फैटी एसिड ऐसे यौगिकों में परिवर्तित हो जाते हैं, जो मानव त्वचा को पोषित करने में मदद करते हैं। इतना ही नहीं, यह एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों और एंटी-ऑक्सीडेंट से भरपूर होता है, जो बढ़ती उम्र की प्रक्रिया को धीमा करने में मदद कर सकते हैं।
एंटी-ऑक्सीडेंट से भरपूर अखरोट का तेल ब्लड शुगर के स्तर को कम करने में भी सहायक हो सकता है। इससे मधुमेह के विकास की संभावना भी कम हो सकती है। अध्ययन से पता चला है कि तीन महीने तक एक चम्मच अखरोट के तेल का सेवन करने से उनके ब्लड शुगर के स्तर में काफी कमी आई है।
अखरोट के तेल में अल्फा-लिनोलेनिक एसिड नामक ओमेगा-3 फैटी एसिड पाए जाते हैं। यह एक अच्छी वसा है, जिसका रोजाना सेवन हृदय रोग के विकास के जोखिम को 10 प्रतिशत तक कम करने के लिए जाना जाता है।
अखरोट के तेल में कैंसर-रोधी गुण मौजूद होते हैं। इसलिए इसे अपने दैनिक आहार का हिस्सा बनाने से स्तन और कोलोरेक्टल कैंसर होने की संभावना कम हो सकती है। इसके अतिरिक्त अखरोट के तेल में एंटी-ऑक्सीडेंट मौजूद होते हैं, जो कैंसर कोशिकाओं के विकास पर रोक लगाने में मदद कर सकते हैं।
अखरोट का तेल बालों का झड़ना रोकने में भी मदद कर सकता है। इसमें मौजूद ओमेगा-3 फैटी एसिड आपको डैंड्रफ, स्कैल्प की जलन और रूखेपन की समस्या से भी छुटकारा दिला सकता है। इसके अतिरिक्त इसमें मौजूद पोटेशियम बालों के विकास को बढ़ावा देने के लिए प्रभावी होता है।