इसे बनाने के लिए चावलों को रातभर पानी में भिगाया जाता है और फिर सुबह पुराना पानी बदलकर इनमें ताजा पानी डाला जाता है। इसके बाद चावलों को नमक, मसालों, दही और पुदीने की पत्तियों के साथ पकाया जाता है। इसका स्वाद बेहद लाजवाब होता है।
यह बनाने में बेहद आसान और पौष्टिक गुणों से भरपूर है। इसे तूर दाल, चना दाल, कद्दू, आलू, बैंगन और कई अन्य सब्जियों से मिलाकर बनाया जाता है। इसके अलावा इसमें जीरा, हींग, अदरक और घी जैसी पौष्टिक सामग्रियों से तड़का लगाया जाता है।
इस व्यंजन की खासियत है कि इसमें कम मसालों के अलावा ढेर सारी हरी सब्जियों का इस्तेमाल किया जाता है। इसमें कच्चे पपीता, आलू, टमाटर और बैंगन के अलावा दूध और कुछ देशी मसालों का इस्तेमाल किया जाता है।
एंडुरी पीठा बनाने के लिए स्टीम्ड राइस केक में उड़द की दाल के साथ भुना हुआ नारियल, गुड़ और कुछ मसाले मिलाए जाते हैं। इसके बाद इसे हल्दी के पत्तों में लपेटकर भाप में पकाया जाता है। इस वजह से इसका स्वाद बहुत लजीज होता है।
छेना पोड़ा ओडिशा की लोकप्रिय और मशहूर मिठाइयों में से एक है। इसे बनाने के लिए ताजा छेना, सूजी, घी और किशमिश के अलावा अन्य तरह के मेवों का इस्तेमाल किया जाता है। इसे बनाने में घंटों लग जाते हैं, लेकिन इसका बेहतरीन स्वाद आप कभी नहीं भूल पाएंगे।