मिसो प्रोबायोटिक्स का एक अच्छा स्रोत है क्योंकि इसमें एस्परगिलस ओरेजा होता है। यह पेट की सूजन, कब्ज, आंत सिंड्रोम जैसी पाचन संबंधी बीमारियों को कम करने में सहायक है। यह आंत के स्वास्थ्य में सुधार के लिए भी जाना जाता है।
उच्च नमक वाले खाद्य पदार्थ पेट के कैंसर का कारण बन सकते हैं, लेकिन मिसो में ज्यादा नमक होने के बावजूद भी यह कैंसर के खतरे को कम करने में सहायक है। यह ब्रेस्ट और लीवर कैंसर के जोखिम को कम करता है, इसलिए आपको अपनी डाइट में मिसो को जरूर शामिल करना चाहिए।
मिसो प्रोटीन, विटामिन के और मैंगनीज सहित कई ऐसे पोषक तत्वों से भरपूर होता है जो आपके स्वास्थ्य और प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए अच्छे हैं। इसके अलावा इसमें मौजूद जिंक भी मेटाबॉलिज्म और प्रतिरक्षा प्रणाली में सुधार करने के लिए जाना जाता है।
मिसो का सेवन दिमाग को तेज करने में प्रभावी है क्योंकि इसमें कोलीन और बी-विटामिन जैसे नियासिन और फोलेट होते हैं जो याद्दाश्त संबंधी फंक्शन के विकास में सहयोग करते हैं। यह आपकी याद्दाश्त को बढ़ाने और चिंता, तनाव, अवसाद और OCD जैसे लक्षणों को कम करने में भी मदद करता है।
मिसो में मौजूद प्रोबायोटिक्स हृदय स्वास्थ्य को बेहतर रखने के लिए अच्छा होता है। जर्नल न्यूट्रिएंट्स में प्रकाशित एक अध्ययन में पता चला है कि सोया LDL यानि खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को काफी कम कर देता है। LDL दिल से संबंधित बीमारियों का कारण बनता है।