गर्मी के मौसम में यह रसदार और मीठा फल लोगों का पसंदीदा होता है, लेकिन तरबूज में शुगर की मात्रा बहुत अधिक होती है। ऐसे में मधुमेह रोगियों को बहुत ही सीमित मात्रा में तरबूज खाने की सलाह दी जाती है।
केले में भी हाई शुगर होती है, लेकिन बादाम, पिस्ता और अखरोट जैसे सूखे मेवों के साथ एक छोटा केला खाने से ब्लड शुगर के स्तर पर अच्छा प्रभाव पड़ सकता है। टाइप-2 मधुमेह वाले लोग केले को दही के साथ मिलाकर खा सकते हैं।
गर्मियों का मजा आम के बिना अधूरा ही लगता है, लेकिन इसमें भी शुगर की मात्रा अधिक होती है। ऐसे में मधुमेह रोगियों को इसे सोच समझकर ही खाना चाहिए। प्राकृतिक रूप से आम की एक फांक में 14 ग्राम चीनी होती है, जो मधुमेह रोगियों में ब्लड शुगर के स्तर में तेजी से बढ़ा सकती है।
प्राकृतिक रूप से अनानास में लगभग 16 ग्राम चीनी होती है, जो ब्लड शुगर के स्तर को अनियंत्रित करने के लिए काफी है। अगर किसी को टाइप-2 मधुमेह है तो उन्हें अनानास के सेवन करने से परहेज करना चाहिए।
लीची भी गर्मियों के सबसे पसंदीदा फलों में से एक है। इस रसीले फल में करीब 16 ग्राम चीनी होती है। ऐसे में मधुमेह रोगियों को इसके सेवन से भी बचना चाहिए। इसकी जगह सेब, जामुन, अमरूद और पपीता मधुमेह रोगियों के लिए लाभदायक फल हैं।