अगर आपको मधुमेह है तो एक छोटा सा कट भी आप पर हानिकारक प्रभाव डाल सकता है। दरअसल, हाई ब्लड शुगर के कारण ब्लड सर्कुलेशन खराब होता है। इसके परिणामस्वरूप आपके पैर की नसें क्षतिग्रस्त हो सकती हैं। इस स्थिति को न्यूरोपैथी कहा जाता है।
रोजाना पर्याप्त मात्रा में पानी का सेवन करने से न सिर्फ शरीर को हाइड्रेट रखा जा सकता है, बल्कि इससे हाई ब्लड शुगर के स्तर को कम करने में भी मदद मिल सकती है।
फाइबर युक्त नाश्ते के साथ अपने दिन की शुरुआत करने से शुगर स्पाइक्स को रोकने में मदद मिल सकती है। इसके अलावा यह ब्लड सर्कुलेशन में शुगर के स्तर को नियंत्रित करेगा और इससे ग्लूकोज के स्तर में वृद्धि को रोका जा सकेगा।
मानसून के मौसम में लीची, सेब, नाशपती और अनार जैसे कई फल आते हैं, जो ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित रखने के साथ ही संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होते हैं।
नियमित एक्सरसाइज से घर पर मधुमेह का प्रबंधन करना संभव हो जाता है, जिससे ब्लड शुगर का स्तर भी कम हो जाता है और इंसुलिन संवेदनशीलता बढ़ जाती है। लाभ के लिए आप ब्रिस्क वॉक, रनिंग, डांसिंग, रेजिस्टेंस एक्सरसाइज, लेग रेज या स्क्वाट्स आदि एक्सरसाइज कर सकते हैं।