हल्दी में करक्यूमिन की मात्रा अधिक होती है, जो एंटी-फंगल, एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-वायरल गुणों से भरपूर होता है। रोजाना हल्दी की चाय पीने से मुंहासों के निशानों को रोका जा सकता है और त्वचा को चमकदार और खूबसूरत भी बनाया जा सकता है।
ब्लूबेरी एंटी-ऑक्सीडेंट्स से भरपूर होती है, जो शरीर को मुक्त कणों से होने वाले नुकसान से बचाते हैं। इसके अलावा यह सूजन, बढ़ती उम्र, दाग-धब्बे, त्वचा के रंग में बदलाव और मुंहासों को रोक कर त्वचा की देखभाल करती है।
शकरकंद और गाजर की स्मूदी में विटामिन ए होता है, जिससे मुंहासों और सूजन का इलाज करने में मदद मिलती है। गाजर त्वचा में कोलेजन को बढ़ाता है, जबकि शकरकंद त्वचा के रंग को निखारता है और झुर्रियों को रोकने में मदद करता है।
हिबिस्कस (गुड़हल) एक जड़ी-बूटी है, जो त्वचा में अतिरिक्त तेल उत्पादन को नियंत्रित करने में मदद करती है और मुंहासे कम करती है। यह कोलेजन उत्पादन को बढ़ावा देने में भी मदद करती है, जिससे पुराने मुंहासों के घाव तेजी से ठीक हो जाते हैं।
ग्रीन टी एंटी-ऑक्सीडेंट्स से भरपूर होती है और इसमें एंटी-माइक्रोबियल और डिटॉक्सिफाइंग गुण होते हैं, जिससे मुंहासों के इलाज में मदद मिलती है। इसी तरह नींबू का रस शरीर से हानिकारक विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है और त्वचा को चमकदार बनाता है।