रुद्रधारी झरना घूमने के लिए सबसे अच्छे पर्यटन स्थलों में से एक है। समुद्र तल से लगभग 1,500 मीटर की ऊंचाई तक फैले इस झरने तक पैदल यात्रा करना काफी आसान है। झरने के अलावा यहां एक शिव और विष्णु मंदिर भी है।
गोमती नदी के तट पर स्थित बैजनाथ मंदिर प्राचीन कला और वास्तुकला की बेहतरीन प्रदर्शनी है। साथ ही यह एक शांत वातावरण से युक्त मंदिर है। मंदिर का मुख्य आकर्षण उत्तरायणी मेला है, जो हर साल जनवरी महीने में आयोजित किया जाता है।
शहर के केंद्र से लगभग 300 मीटर की दूरी पर स्थित अनासक्ति आश्रम वह स्थान है, जहां महात्मा गांधी रुके थे। इस आश्रम में एक संग्रहालय भी है, जिसमें महात्मा गांधी की तस्वीरें और अन्य साहित्यिक कृतियां हैं।
सोमेश्वर की घाटी उत्तराखंड की सबसे प्रसिद्ध घाटियों में से एक है और यह अपने मंदिर के लिए जानी जाती है, जो भगवान शिव को समर्पित है। इस घाटी के नजारे किसी भी परिभाषा से परे हैं।
कौसानी से सिर्फ 5 किमी की दूरी पर पिन्नाथ एडवेंचर चाहने वालों के लिए स्वर्ग है। एक बार शीर्ष पर पहुंचने के बाद आपको यहां भगवान भैरों को समर्पित एक पिननाथ मंदिर भी है, जो अपनी आकर्षक संरचना के लिए जाना जाता है।