मेथी के बीज घुलनशील फाइबर और सैपोनिन्स से भरपूर होते हैं, जो कार्बोहाइड्रेट के अवशोषण को धीमा करके ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं। लाभ के लिए 1-2 बड़ी चम्मच मेथी के बीजों को रात भर पानी में भिगो दें और अगली सुबह इस पानी को छानकर सेवन करें।
आंवले और एलोवेरा के जूस का मिश्रण इंसुलिन स्राव को बढ़ाकर ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है। लाभ के लिए आंवले और एलोवेरा के जूस में शहद, नींबू का रस, मिश्री या पिप्पली को मिलाकर पिया जा सकता है।
फाइबर, प्रोटीन और ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर चिया सीड्स में कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है, जो ब्लड शुगर को बढ़ने से रोकता है। लाभ के लिए आप पानी की 1 बोतल में 1 बड़ी चम्मच चिया सीड्स भिगो सकते हैं और इसमें नींबू के स्लाइस भी डाल सकते हैं।
तुलसी में हाइपोग्लाइकेमिक और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो मधुमेह और इसकी जटिलताओं को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। लाभ के लिए रोजाना खाली पेट तुलसी की चाय पिएं और आप चाहें तो इसका स्वाद बढ़ाने के लिए इसमें अदरक और नींबू का रस भी मिला सकते हैं।
ये इंसुलिन गतिविधि को सही बनाए रखने में भी मदद करते हैं, जो ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। रोजाना सुबह खाली पेट धनिया के बीज के पानी का सेवन करने से थायराइड और वॉटर रिटेंशन की समस्या का जोखिम भी कम हो सकता है।