पुरी के सबसे प्रसिद्ध स्थलों में से एक माना जाने वाला श्री जगन्नाथ पुरी मंदिर भगवान जगन्नाथ को समर्पित है। यह मंदिर कलिंग शैली में बना हुआ है, जिसके आश्चर्यजनक प्रयोग स्थापत्य कला और शिल्प की खूबसूरती की मिसाल कायम करते हैं।
पुरी समुद्र तट बंगाल की खाड़ी के किनारे स्थित है और यहां पर जगन्नाथ मंदिर के भक्तों की भीड़ रहती है। इसका कारण है कि मंदिर में दर्शन करने के बाद समुद्र में डुबकी लगाना महत्वपूर्ण माना जाता है।
एशिया की सबसे बड़ी खारे पानी की झील चिल्का 3 जिलों (पुरी, गंजम और खोरधा) तक फैली हुई है। हरे-भरे प्राकृतिक सौंदर्य से भरे कई छोटे-छोटे द्वीपों से भरपूर यह झील पुरी से लगभग 50 किलोमीटर दूर स्थित है।
मार्कंडेश्वर मंदिर पुरी के पवित्र मंदिरों में से एक है, जिसका निर्माण 13वीं शताब्दी के दौरान किया गया था। इस मंदिर में 10 भुजाओं वाली नटराज की आकृति चैत्य खिड़की में जड़ी हुई है।
पुरी में घूमने वाली जगहों में शामिल उदयगिरि और खंडगिरि की गुफाएं पर्यटकों के लिए मुख्य आकर्षण का केंद्र है। इन गुफाओं के बारे में कहा जाता है कि यह जैन समुदाय द्वारा बनाई गई सबसे शुरुआती गुफाओं में से एक हैं।