स्लीप एपनिया नींद से जुड़ी एक ऐसी बीमारी है, जिसके कारण व्यक्ति को सोते वक्त सांस लेने में मुश्किल होती है और उसकी रात में बार-बार नींद खुलती है। इसके सामान्य लक्षणों में खर्राटे लेना, दांत किटकिटाना और सोते समय सांस लेने में हांफना शामिल हैं।
पीले मसूड़े एनीमिया के कारण हो सकते हैं। यह एक ऐसी स्थिति है, जो आयरन की कमी या फिर शरीर के लाल रक्त कोशिकाओं का निर्माण नहीं करने के कारण होती है।
जब किसी को किडनी की बीमारी होती है तो इसके कारण मुंह में पर्याप्त लार नहीं बनने के कारण मुंह सूखना जैसे लक्षण सामने आ सकते हैं। जब मुंह सूख जाता है तो यह अधिक अम्लीय हो जाता है, जिससे दांतों में गंभीर सड़न हो सकती है और इसके परिणामस्वरूप दांत खराब हो सकते हैं।
मुंह में फंगल होने की समस्या को चिकित्सक भाषा में ओरल थ्रश कहा जाता है। यह एक तरह का संक्रमण है, जो कैंडिडा नामक फंगस के कारण होता है और इसके कारण मुंह के अंदर घाव और खाना निगलने में दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है।
हो सकता है कि कुछ लोगों को इस बात का पता न हो, लेकिन हमारे दांतों के आसपास की हड्डी उन्हें सहारा देने के लिए नींव का काम करती है। ऐसे में अगर किसी भी कारणवश ऑस्टियोपोरोसिस होता है तो इसका दांतों की पकड़ पर बुरा असर पड़ता है।