बारिश का पानी और पसीना मिलकर त्वचा पर चकत्ते की समस्या उत्पन्न कर सकते हैं। इससे सुरक्षित रहने के लिए बारिश में ना भीगे और चकत्ते से प्रभावित हिससे पर एलोवेरा जेल या फिर नारियल तेल का उपयोग करें।
मानसून के दौरान उमस त्वचा की नमी बनाए रखने की क्षमता को प्रभावित कर सकता है, जिससे एक्जिमा हो सकता है। एक्जिमा त्वचा से संबंधित संक्रामक रोग है। इससे प्रभावित क्षेत्रों पर नारियल तेल लगाने से समस्या से राहत मिल सकती है।
खुजली की समस्या गंधे पानी के संपर्क में आने से हो सकती है। इससे त्वचा पर लालिमा, चकत्ते और फफोले हो जाते हैं। इससे छुटकारा पाने के लिए आप टी ट्री ऑयल का उपयोग कर सकते हैं। लाभ के लिए टी ट्री ऑयल को बादाम के तेल में मिलाकर प्रभावित क्षेत्रों पर लगाएं।
एथलीट फुट एक आम संक्रमण है, जो गीले मोजे और जूतों के कारण होता है। इससे पैर के नाखूनों का रंग फीका पड़ जाता है और त्वचा छिल जाती है। इस संक्रमण को बढ़ने से रोकने के लिए एंटीफंगल पाउडर का उपयोग करें।
दाद त्वचा पर होनी वाली कष्टदायक समस्या है और अगर समय रहते इसका उपचार न किया जाए तो समस्या बढ़ सकती है और दाद जगह-जगह में फैल सकता है। इससे राहत पाने के लिए आप नारियल तेल का उपयोग कर सकते हैं।