पुदीने की पत्तियों को चबाने से मुंह तरोताजा हो जाता है और इससे सांसों की दुर्गंध और खाने के बाद मुंह की दुर्गंध से भी छुटकारा मिलता है। इस कारण आप इसका इस्तेमाल माउथ फ्रेशनर के रूप में कर सकते हैं।
गुलकंद को गुलाब की पंखुड़ियों से बनाया जाता है, जिसमें मिठास के साथ खुशबू होती है। यह भोजन में स्वाद बढ़ाने के अलावा मुंह में ठंडक प्रदान कर सकता है, जिससे आपकी सांसें ताजा हो जाती हैं।
लौंग एंटी-बैक्टीरियल गुणों से समृद्ध होता है, जो मुंह की कई समस्याओं से निजात दिलाने में मदद करता है। यह आपके मुंह के बैक्टीरिया को कम करने के साथ ही सांसों की बदबू और सूखेपन को भी दूर करता है।
रसोई में मौजूद दालचीनी भी सांसों की बदबू को दूर करने में आपकी मदद कर सकती है। यह एंटी-बैक्टीरियल गुणों से भरपूर है। यह मुंह में उन बैक्टीरिया से लड़ने में सक्षम होते हैं, जो दांतों को खराब और गंध पैदा कर सकते हैं।
आयुर्वेद में तुलसी का इस्तेमाल कई परेशानियों को ठीक करने के लिए किया जाता है, जिनमें से एक सांसों की दुर्गंध को दूर करना भी शामिल है। माउथ फ्रेशनर के रूप में इस्तेमाल करने के लिए आप इसकी कुछ ताजी पत्तियों को चबा सकते हैं।