लैवेंडर ऑयल में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एनाल्जेसिक गुण होते हैं। यह धूल एलर्जी के प्रभाव को कम करके बेहतर नींद दिलाने में मदद कर सकता है। लाभ के लिए लैवेंडर एसेंशियल ऑयल की 2-3 बूंदें डिफ्यूजर में डालें और इसकी भाप को सूंघें।
शहद भी धूल-मिट्टी से राहत दिलाने वाला एक प्रभावी घरेलू उपचार बन सकता है। इसमें एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-वायरल और एंटी-सेप्टिक गुण मौजूद होते हैं, जो इस समस्या को कम करने में मदद कर सकते हैं। लाभ के लिए सुबह उठकर खाली पेट शहद का सेवन करें।
सेब के सिरके में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल गुण मौजूद होते हैं। ये गुण धूल-मिट्टी के कीटाणुओं को खत्म करके एलर्जी को कम करने में मदद कर सकते हैं। लाभ के लिए एक गिलास गुनगुने पानी में 2 चम्मच सेब का सिरका और स्वादानुसार शहद मिलाकर इसका सेवन करें।
हल्दी में करक्यूमिन नामक एक सक्रिय घटक होता है, जो एक प्राकृतिक डिकंजेस्टेंट के रूप में कार्य करता है। इसके अतिरिक्त हल्दी में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल गुण भी होते हैं, जो एलर्जी को संक्रमण में बदलने से रोक सकते हैं। लाभ के लिए हल्दी का दूध पीएं।
ग्रीन टी एंटी-माइक्रोबियल गुणों से भरपूर होती है, जो धूल-मिट्टी से होने वाली एलर्जी से राहत दिलाने में काफी मदद कर सकते हैं। लाभ के लिए दिन में दो बार ग्रीन टी का सेवन करें।