सीजनल अफेक्टिव डिसऑर्डर एक प्रकार का डिप्रेशन है, जो मौसमी बदलाव से शुरू होता है। आमतौर पर सर्दियों के दौरान इसके होने की संभावना ज्यादा रहती है।
इस डिसऑर्डर से ग्रस्त लोग खुद को उदास और परेशान महसूस कर सकते हैं। इसी तरह वह अपनी भूख या वजन में बदलाव का अनुभव करते हुए ऊर्जा की कमी महसूस कर सकते हैं। इससे ग्रस्त लोग अपनी पसंदीदा गतिविधियों में भी रुचि खो सकते हैं।
सीजनल अफेक्टिव डिसऑर्डर के कारण अभी भी अच्छी तरह से स्पष्ट नहीं हैं। हालांकि, कुछ कारकों का इसके साथ संबंध पाया गया है। शरीर में होने वाले हार्मोंस बदलाव भी इसके जिम्मेदार हो सकते हैं।
कई शोध के मुताबिक, सीजनल अफेक्टिव डिसऑर्डर का खतरा पुरुषों की तुलना में महिलाओं को ज्यादा होता है। ज्यादातर मामलों में यह डिसऑर्डर किशोरावस्था में शुरू हो जाता है। इसके अतिरिक्त, ईटिंग डिसऑर्डर, स्ट्रेस या पैनिक डिसऑर्डर से ग्रसत लोगों को भी इसका खतरा रहता है।
यदि आपने पहले सीजनल अफेक्टिव डिसऑर्डर का अनुभव किया है तो उपचार जल्दी शुरू करने से आप बेहतर स्थिति में हो सकते हैं। इसके लिए अपने चिकित्सक से परामर्श करें।