इस तेल में एंटी-वायरल और एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं, इसलिए इससे अरोमाथेरेपी करके आप सर्दी, खांसी, फ्लू और जुकाम के साथ-साथ कई मानसिक विकारों से भी छुटकारा पा सकते हैं। इसके अलावा इसकी खुशबू आसानी से सांस लेने में भी मदद कर सकती है।
नीलगिरी का तेल एनाल्जेसिक और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होता है। ये गुण मांसपेशियों और पैरों के दर्द से राहत दिलाने में काफी मदद कर सकते हैं।
नीलगिरी के तेल का इस्तेमाल घर से कीड़े-मकोड़ों को दूर भगाने के लिए भी किया जा सकता है। दरअसल, कीड़े-मकोड़ों के लिए इस तेल की खुशबू निवारक के रूप में काम करती है, जिसके कारण उन्हें आसानी से घर से दूर रखा जा सकता है।
नीलगिरी का तेल बालों की देखभाल के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है। इस तेल में मौजूद एंटी-माइक्रोबियल गुण स्कैल्प में होने वाली खुजली और रूसी से छुटकारा दिलाने में मदद कर सकते हैं।
नीलगिरी का तेल चिंता और तनाव जैसे मानसिक विकारों से राहत दिलाने में मदद कर सकते हैं। ये विकार नींद में बाधा डालने का काम करते हैं और नीलगिरी का तेल दिमाग की नसों को आराम और शांत करके इनसे राहत दिला सकता है।