परिवार और दोस्तों के साथ घूमने के लिए पुष्कर झील सबसे अच्छे पर्यटन स्थलों में से एक है। यह 300 मंदिरों और 52 घाटों से घिरी हुई है। एक किंवदंती है कि झील का निर्माण तब हुआ जब ब्रह्मा ने इस स्थान पर एक कमल गिराया था।
ब्रह्मा मंदिर पुष्कर झील के करीब स्थित है, जो शहर के सबसे अधिक देखे जाने वाले मंदिरों में से एक है और भगवान ब्रह्मा को समर्पित है। 14वीं शताब्दी के इस मंदिर में 4 सिरों वाली ब्रह्मा की एक मूर्ति उनकी पत्नी गायत्री के साथ स्थित है।
यह मंदिर भगवान विष्णु के जंगली सुअर अवतार 'वराह' को समर्पित है। आज यह मंदिर बीते युग की वास्तुकला की भव्यता का एक बेहतरीन प्रमाण है।
इसका निर्माण राजा मान सिंह प्रथम ने एक अतिथि गृह के रूप में करवाया था। पुष्कर झील के निकट स्थित यह महल झील और उसके आसपास के मंदिरों का मनमोहक दृश्य प्रस्तुत करता है। आज यह महल एक हेरिटेज होटल के रूप में कार्य करता है।
नागा पहाड़ एक पहाड़ी गंतव्य है। अगर स्थानीय किंवदंतियों पर विश्वास किया जाए तो यह पहाड़ी एक समय काफी ऊंची थी, लेकिन समय के साथ इसकी ऊंचाई कम होने लगी। प्रचलित धारणा यह है कि एक दिन पहाड़ी पूरी तरह से गायब हो जाएगी।