आवश्यकता से अधिक बालों का झड़ना हेयर ट्रांसप्लांटेशन का एक सामान्य दुष्प्रभाव है। ऐसे में आप फॉलिकल्स वाली जगह पर बालों के पतले होने का अनुभव कर सकते हैं। हेयर ट्रांसप्लांट के प्रकार फॉलिक्युलर यूनिट ट्रांसप्लांट (FUT) की तुलना में फॉलिक्युलर यूनिट एक्सट्रैक्शन (FUE) में बालों का झड़ना अधिक होता है।
आप चाहे FUE को चुने या FUT दोनों में खून निकालना तय है। हालांकि, डॉक्टर यह सुनिश्चित करता है कि खून कम से कम निकले। पोस्ट-ऑपरेटिव रिकवरी समय के दौरान भी खून निकलने की संभावना रहती है|
हेयर ट्रांसप्लांटेशन कराने के बाद संक्रमण होने की संभावना भी काफी बढ़ जाती है। सबसे ज्यादा लगाए जाने वाले टांकों के आस-पास संक्रमण का खतरा रहता है। फॉलिकल्स वाली जगह पर दाने निकलने या फिर लालिमा रहने की भी दिक्कत हो सकती है।
हेयर ट्रांसप्लांटेशन एक इनवेसिव सर्जरी है जो दर्द का कारण बन सकती है। अगर एनेस्थीसिया दवा सही खुराक में नहीं दी जाती है तो पोस्ट-ऑपरेटिव रिकवरी के दौरान भी आपको दर्द महसूस हो सकता है।
हेयर ट्रांसप्लांटेशन वाली जगह पर पपड़ी बनने से खुजली हो सकती है। हालांकि, सर्जरी के शुरुआती दिनों के बाद सिर की खुजली बंद हो जाएगी। इसके अलावा, अगर आप यह ट्रीटमेंट किसी अनुभवहीन से करवाते हैं तो इससे तंत्रिका तंत्र को नुकसान पहुंच सकता है। ऐसे में सुन्नपन होने की संभावना बहुत बढ़ जाती है।