गार्डनिंग करने में आपका तनाव काफी हद तक कम हो सकता है। प्रकृति की सुंदरता और शांति से आपके दिमाग पर सकारात्मक और सुखदायक प्रभाव पड़ सकता है। इसके अलावा इससे मनोदशा में सुधार करने में भी मदद मिलती है।
ऐसे व्यक्ति जो सदमे में होते हैं या बहुत ज्यादा दुखी होते हैं और खुद को कमजोर तथा नियंत्रण से बाहर महसूस करते हैं। ऐसी स्थिति से बाहर निकलने में गार्डनिंग काफी मददगार है। इससे उनके मन को शांति और आराम मिलता है।
गार्डनिंग में खुदाई, रोपण, निराई और पानी देने सहित कई काम शामिल होते हैं। इस कारण गतिहीन जीवनशैली को ठीक करने के लिए दिनचर्या में इन शारीरिक गतिविधि को शामिल करना एक बढ़िया तरीका है।
गार्डनिंग से शरीर को अच्छी धूप और विटामिन-D मिलता है। विटामिन-D हड्डियों के स्वास्थ्य, प्रतिरक्षात्मक कार्य और सामान्य स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है।
बाहर समय बिताने और शारीरिक रूप से सक्रिय रहने से नींद की गुणवत्ता में सुधार हो सकता है। दरअसल, प्राकृतिक रोशनी और ताजा हवा के संपर्क में आने से शरीर के सोने-जागने के चक्र को नियमित करने और बेहतद नींद को बढ़ावा देने में मदद मिल सकती है।