खट्टे-मीठे स्वाद से भरपूर यह फल फैटी लिवर के प्रभाव को कम करने में काफी मदद कर सकता है। चकोतरा में मौजूद विटामिन-C और एंटी-ऑक्सीडेंट्स आपके लीवर के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए शरीर से विषाक्त पदार्थों को खत्म करने में मदद करते हैं।
फैटी लिवर से निपटने के लिए कई डॉक्टर मरीज की डाइट में एवोकाडो को शामिल करने की सलाह देते हैं। अच्छे कोलेस्ट्रॉल से भरपूर एवोकाडो को खाने का सुझाव उन लोगों के लिए दिया जाता है, जो नॉन एल्कोहलिक फैटी लिवर (NAFL) से पीड़ित हैं।
ब्लूबेरी एंटी-ऑक्सीडेंट से भरपूर होती हैं और लिवर की बीमारियों, विशेष रूप से फैटी लिवर के प्रभाव को कम करने में मदद कर सकती हैं। इसके अलावा इनमें एंथोसायनिन और फाइबर जैसे खनिज भी मौजूद होते हैं, जो कोलेस्ट्रोल, लिपिड और ग्लूकोज के स्तर में सुधार करने में सक्षम हैं।
अंगूर में रेस्वेराट्रॉल नामक खास तत्व मौजूद होता है, जो फैटी लिवर का खतरा कम करने में सहयोग प्रदान कर सकता है। अंगूर में बायोएक्टिव यौगिक होते हैं, जो एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-बैक्टीरियल गुण की तरह काम करके लिवर को स्वस्थ रखने में मदद कर सकते हैं।
यह फल भी लिवर के स्वास्थ्य में सुधार करने में मदद कर सकता है क्योंकि इसमें फाइबर होता है और यह लिवर को डिटॉक्सीफाई करने में मदद कर सकता है। फैटी लिवर का जोखिम कम करने में भी इस फल का सेवन काफी मदद कर सकता है।