गोटू कोला एक आयुर्वेदिक जुड़ी-बूटी है। इसमें मौजूद शक्तिशाली एजेंट त्वचा के दाग-धब्बों, मुंहासों और झुर्रियों को ठीक करके बढ़ती उम्र के प्रभाव को रोकते हैं।
आंवला विटामिन-C का एक उत्कृष्ट स्रोत है, जिसके कारण यह त्वचा के लिए बहुत फायदेमंद है। इसमें मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट त्वचा को मुक्त कणों से होने वाले नुकसान से बचाते हैं, जिससे बढ़ती उम्र के प्रभावों को दूर करने में मदद मिलती है।
अश्वगंधा एंटी-एजिंग गुणों से समृद्ध होता है। यह त्वचा को मुक्त कणों से बचाकर बढ़ती उम्र के प्रभावों में देरी, ढीली त्वचा में कसाव और महीन रेखाओं और झुर्रियां को कम करने में मददगार है।
हल्दी में अच्छी मात्रा में एंटी-एजिंग गुण मौजूद होते हैं, जो झुर्रियां और उम्र बढ़ने के अन्य लक्षणों को कम करते हैं। इसके एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण मुंहासों, चोट के निशानों और घावों को ठीक करते हैं और त्वचा की प्राकृतिक चमक को बहाल करते हैं।
जटामांसी एक आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है, जो त्वचा के स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद है। इसका इस्तेमाल कई एंटी-एजिंग क्रीम और तेलों में भी किया जाता है। यह कोलेजन के उत्पादन को बढ़ाता है, जिससे त्वचा के लचीलेपन में सुधार होता है।