आमिर रजा हुसैन का 66 की उम्र में निधन हो गया है। उनका जन्म 6 जनवरी, 1957 को लखनऊ के एक अवधी परिवार में हुआ था। अदाकारी में तो उनका कोई जवाब नहीं था, इसी के साथ-साथ वह पढ़ाई में भी बहुत अच्छे थे।हुसैन इकलौते थे। उनका परिवार दिल्ली में बस गया था, जब वह काफी छोटे थे।
उन्हें 1968 में 10 की उम्र में मेयो कॉलेज (बोर्डिंग स्कूल) भेजा गया था और अपनी स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद उन्होंने दिल्ली में सेंट स्टीफेंस कॉलेज में दाखिला लिया था। स्टीफेंस कॉलेज में जहां एक तरफ हुसैन पढ़ाई कर रहे थे, वहीं वह कॉलेज में होने वाले नाटकों में भी खूब भाग लेते थे।
उन्होंने जॉय माइकल, बैरी जॉन और मार्कस मर्च जैसे दिग्गजों के निर्देशन में कई कॉलेज नाटकों में अभिनय किया। हुसैन ने रुडयार्ड किपलिंग के उपन्यास पर आधारित अंग्रजी फिल्म 'किम' में काम किया था। सोनम कपूर की फिल्म 'खूबसूरत' में भी उन्हें देखा गया था।
'द फिफ्टी डे वॉर' के जरिए हुसैन ने कारगिल की कहानी को इस तरह दर्शकों के सामने पेश किया कि हर कोई बस दंग रह गया। हुसैन ने दर्शकों को मेगा थिएटर प्रोडक्शन का अनुभव कराया। 'जीसस क्राइस्ट सुपरस्टार' और 'द लेजेंड ऑफ राम' भी उन्होंने मंच पर पेश की थी।
हुसैन एक जाने-माने थिएटर निर्देशक, अभिनेता और लेखक थे, जिन्होंने 1974 में स्टेजडोर थिएटर की स्थापना की। वह हजारों शो और सैकड़ों नाटकों कर चुके थे।उन्होंने ब्लॉकबस्टर फिल्म 'बाहुबली', 'RRR' और आगामी फिल्म 'आदिपुरुष' में भी अपनी रचनात्मकता दिखाई थी।
हुसैन एक बार BJP के सदस्य भी रहे थे। वह दिल्ली BJP के उपाध्यक्ष के तौर पर कार्यरत थे, लेकिन जुलाई, 2013 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना करने के बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया था। थिएटर में उनके योगदान के लिए उन्हें सरकार द्वारा पद्मश्री से सम्मानित किया गया था।
हुसैन की 1993 में विराट तलवार से शादी हुई थी, जो पेशे से एक अभिनेत्री थीं। बाद में उनका तलाक हो गया। शादी के बाद उनके 2 बेटे हुए, जिनका नाम अनीज सुकैना और गुलाम अली अब्बास है। उनकी परवरिश उनकी मां ने ही की।