फरवरी, 1992 में जन्में फहाद बरेली के बहेड़ी क्षेत्र के रहने वाले हैं। उन्होंने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय से स्नातक किया और MPhil की डिग्री ली। फिलहाल वह टाटा इंस्टीट्यूट मुंबई में PhD कर रहे हैं।
टाटा इंस्टीट्यूट में पढ़ाई के दौरान फहाद छात्र संघ के महासचिव चुने गए और 2017 से 2018 तक इस पद पर रहे। फहाद समाजवादी पार्टी की युवा इकाई के महाराष्ट्र और मुंबई के अध्यक्ष हैं। वह एक सामाजिक कार्यकर्ता भी हैं।
फहाद को समाजवादी पार्टी नेता अबू आजमी का करीबी माना जाता है। आजमी ही फहाद को समाजवादी पार्टी में लेकर आए थे। जुलाई, 2022 में अबू और रईस शेख की मौजूदगी में ही फहद, अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी में शामिल हुए थे।
फहाद ने CAA (नागरिकता संशोधन अधिनियम) के खिलाफ मुंबई समेत देशभर में हुईं रैलियों में भाग लिया था और इसे असंवैधानिक करार देते हुए अगस्त क्रांति मैदान में धरना दिया था। तभी वह पहली बार चर्चा में आए थे। CAA आंदोलन में उनकी मुलाकात स्वरा से हुई थी।
फहाद ने 2017-2018 में टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज में SC/ST और OBC छात्रों की फीस बढ़ोतरी के खिलाफ भी आंदोलन किया था, जिसमें करीब 1,000 से ज्यादा छात्र शामिल हुए थे। इस आंदोलन को प्रकाश अंबेडकर जैसे नेताओं का भी समर्थन मिला था।
फहाद ने टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज के दीक्षांत समारोह में संस्थान के अध्यक्ष एस रामादुरई से MPhil की डिग्री लेने से इनकार कर दिया था। बाद में संस्थान ने इसी का हवाला देते हुए उन्हें ढँऊ में दाखिला देने से इनकार कर दिया था।