पहले माना जाता रहा कि 'साउथ का सिनेमा' कभी बॉलीवुड फिल्मों की बराबरी नहीं कर सकता। दरअसल, 80 के दशक में साउथ इंडस्ट्री लोकप्रिय हिंदी फिल्मों के रीमेक बनाने में लगी हुई थी। रजनीकांत ने 11 तमिल फिल्मों में अभिनय किया, जो अमिताभ बच्चन की फिल्मों का रीमेक थीं।
70 और 80 के दशक में साउथ के निर्माता-निर्देशक लोकप्रिय हिंदी फिल्मों से प्रेरित होकर अपनी फिल्मों का निर्माण करते थे, लेकिन समय के साथ यह चलन बदला। बॉलीवुड की पहली साउथ रीमेक फिल्म 'राम और श्याम' थी, जो तेलुगु फिल्म 'रामुडु भीमुडु' का रीमेक थी।
साउथ फिल्मों के रीमेक के चलन में सबसे बड़ी छलांग आमिर खान की फिल्म 'गजनी' ने लगाई थी, जो इसी नाम से इसी नाम से आई तमिल फिल्म 'गजनी' का रीमेक थी। यह बॉलीवुड की पहली 100 करोड़ी फिल्म बनी थी।
बॉलीवुड में सलमान खान की ज्यादातर फिल्में साउथ फिल्मों का रीमेक हैं। 'वॉन्टेड' उनके करियर की बड़ी हिट साबित हुई थी, जो तेलुगु फिल्म 'पोकीरी' का रीमेक थी। अजय देवगन और अक्षय ने भी सबसे ज्यादा रीमेक फिल्में की हैं।
'दृश्यम 2'को छोड़ बीते कुछ समय में आईं साउथ फिल्मों के हिंदी रीमेक बॉक्स ऑफिस पर धड़ाधड़ धराशायी हो गए। 'शहजादा', 'बच्चन पांडे', 'जर्सी', 'विक्रम वेधा', 'निकम्मा', 'सेल्फी' और राजकुमार राव अभिनीत फिल्म 'हिट: द फर्स्ट केस' उदाहरण के लिए काफी हैं।
बड़े बजट की रीमेक फिल्मों का बॉक्स ऑफिस पर बेकार प्रदर्शन करने के बाद भी ऐसी फिल्में बनाने का सिलसिला बॉलीवुड में थमने वाला नहीं है। अक्षय 'सोरारई पोटरू' का हिंदी रीमेक कर रहे हैं तो रणवीर सिंह 'अन्नियन' के रीमेक से जुड़े हैं।