जीडी उर्फ गोपालस्वामी दोराईस्वामी नायडू का जन्म 23 मार्च, 1893 को कलंगल, कोयंबटूर में हुआ था। वह एक किसान के बेटे थे।
नायडू ने मोटरसाइकिल खरीदने के लिए पैसे बचाने के इरादे से कोयम्बटूर के एक होटल में बतौर वेटर काम किया। बाद में वह एक मैकेनिक बन गए।
1937 में नायडू ने भारत की पहली इलेक्ट्रिक मोटर का निर्माण किया। एक आविष्कारक के रूप में वह अपने प्रयोग को लेकर हमेशा आश्वस्त रहते थे।
इनके दूसरे आविष्कारों में इलेक्ट्रिक रेजर, जूसर, एक टेंपर प्रूफ वोटिंग मशीन और केरोसिन से चलने वाला पंखा भी शामिल था। नायडू का दावा था कि वह सिर्फ 70 रुपये में 5 वाल्व वाला रेडियो सेट बना सकते हैं।
नायडू की इन्हीं खूबियों के कारण उन्हें 'मिरेकल मैन' और 'एडिसन ऑफ इंडिया' कहा जाता है। उन्होंने अपनी तकनीकी समझ बढ़ाने के लिए जर्मनी के कई वैज्ञानिक अनुसंधान केंद्रों की यात्रा की।