यूं तो इसपर कई फिल्में बनी हैं, लेकिन दिलीप कुमार की देवदास हमेशा उन सबसे पहले याद की जाती है। भले की आज की पीढ़ी देवदास के रूप में शाहरुख खान को पहचानती हो, लेकिन इस भूमिका में दिलीप साब का कोई तोड़ नहीं है।
यह फिल्म 5 अगस्त, 1960 को रिलीज हुई थी। इस फिल्म में दिलीप ने राजकुमार सलीम का किरदार निभाया था। फिल्म में दिलीप और अभिनेत्री मधुबाला की केमिस्ट्री की कोई बराबरी नहीं है।
1961 की इस फिल्म में उनके साथ वैजयंती माला ने काम किया था। रिपोर्ट्स की मानें तो यह दिलीप साब द्वारा प्रोड्यूस की गई एकमात्र फिल्म है। खास बात यह है कि अरुणा ईरानी इस फिल्म में बाल कलाकार के रूप में नजर आई थीं।
दिलीप कुमार की बात हो रही हो, तो अनायास ही आप 'उड़े जब-जब जुल्फें तेरी' गुनगुनाने लगते हैं। यह इसी फिल्म का गीत है। 1957 की इस फिल्म में दिलीप कुमार और वैजयंती माला की जोड़ी खूब जमी थी।
एक्शन से भरपूर फिल्म 'क्रांति' में दिलीप का अलग ही अंदाज देखने को मिला था। फिल्म में 1825 से 1875 के बीच के भारत के स्वतंत्रता संग्राम की कहानी को फिल्माया गया है। फिल्म की पटकथा जावेद अख्तर और सलीम खान ने लिखी थी।