भारतीय सहित्य, भारतीय सिनेमा का अभिन्न हिस्सा है। फिल्म निर्माता कई लोकप्रिय उपन्यासों को पर्दे पर उतार चुके हैं। मशहूर उपन्यास 'देवदास' पर कई फिल्में बन चुकी हैं। आइए देखते हैं हिंदी सिनेमा में 'देवदास' का सफर।
हिंदी सिनेमा में सबसे पहले 'देवदास' 1936 में बनाई गई थी। 1936 की 'देवदास' में केएल सहगल ने देवदास की भूमिका निभाई थी। उनके साथ जमुना बरुआ पारो और राजकुमारी चंद्रमुखी के किरदार में नजर आई थीं।
1955 में हिंदी सिनेमा में फिर से 'देवदास' बनाई गई। यह फिल्म आज भी लोकप्रिय है। फिल्म में दिलीप कुमार ने देवदास का किरदार निभाया था और अभिनेत्री सुचित्रा सेन पारो बनी थीं। फिल्म का निर्देशन बिमल रॉय ने किया था।
2002 में संजय लीला भंसाली बड़े पर्दे पर शाहरुख खान और ऐश्वर्या राय के साथ 'देवदास' लेकर आए। नई पीढ़ी 'देवदास' के इसी रूप से परिचित है। फिल्म में माधुरी दीक्षित ने चंद्रमुखी का किरदार निभाया था।
2009 में आई 'देव डी' भी इस उपन्यास से प्रेरित है। यह इस कहानी का आधुनिक संस्करण है, जिसे अनुराग कश्यप ने बनाया था। फिल्म दिल्ली और पंजाब की पृष्ठभूमि पर आधारित है और रिश्तों के पारंपरिक ताने-बाने पर चोट करती है।
'देवदास' एक बंगाली उपन्यास है। शरत चंद्र का यह उपन्यास एक मार्मिक प्रेम कहानी है। इस उपन्यास पर अलग-अलग भाषाओं में करीब 20 फिल्में बन चुकी हैं। पाकिस्तान और बांग्लादेश में भी इस पर फिल्में बन चुकी हैं।