भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू ने 14 सितंबर को हिंदी के सम्मान में हिंदी दिवस मनाने का फैसला किया था। इसी दिन महान हिंदी कवि राजेंद्र सिंह की जयंती भी होती है, जिन्होंने हिंदी को आधिकारिक भाषा बनाने में अहम भूमिका निभाई।
शुरुआत करते हैं 1975 में रिलीज हुई फिल्म 'चुपके चुपके' से, जिसमें धर्मेंद्र, शर्मिला टैगोर, अमिताभ बच्चन और जया बच्चन अहम भूमिका में थीं। इस फिल्म में जिस तरह से धर्मेंद्र ने डॉ. परिमल त्रिपाठी बनकर हिंदी बोली, वो देखना वाकई एक शानदार अनुभव है।
1979 में आई फिल्म 'गोलमाल' में यह दिखाया गया कि एक दफ्तर का मालिक उसी व्यक्ति को नौकरी पर रखता है, जिसकी हिंदी भाषा पर पकड़ मजबूत हो। फिल्म में बड़े ही रोचक अंदाज में हिंदी का महत्व समझाया गया।
दिवंगत अभिनेत्री श्रीदेवी की फिल्म 'इंग्लिश विंग्लिश' को न सिर्फ देश, बल्कि दुनियाभर में सराहना मिली। यह शशि नाम की एक महिला की कहानी है, जो अंग्रेजी भाषा में खुद को व्यक्त नहीं कर पाती। इसके चलते उसका खूब मजाक भी बनाया जाता है।
दिवंगत अभिनेता इरफान खान अभिनीत इस फिल्म के नाम से ही जाहिर है कि इसकी कहानी हिंदी के इर्द-गिर्द घूमती है। इसमें इरफान ने एक कपड़े व्यापारी की भूमिका निभाई, जो अमीर तो है, लेकिन उसे अंग्रेजी नहीं आती।
इस फिल्म के एक सीन में दिखाया गया है कि अक्षय कुमार बड़े शानदार तरीके से कैटरीना कैफ के विदेशी बॉयफ्रेंड को अपनी मातृभाषा की अहमियत बताते हैं। उन्होंने इसमें हिंदी को लेकर जो डॉयलॉग बोले थे, उस पर हर भारतवासी को गर्व महसूस होता है।