आयशा ने करियर की शुरुआत 13 साल की उम्र में मॉडलिंग से की। इसके बाद 15 की उम्र में उन्हें फाल्गुनी पाठक के गाने 'मेरी चुनर उड़-उड़ जाए' में काम करने का मौका मिला और उनका फिल्मों में जाने का रास्ता साफ हो गया।
2004 में उन्हें 'टार्जन: द वंडर कार' में अपने बेहतरीन काम के लिए फिल्मफेयर का बेस्ट डेब्यू अवॉर्ड मिला। इसके बाद वह 'सोचा न था', 'सलाम-ए-इश्क', 'डोर' और 'दिल मांगे मोर' जैसी फिल्मों में नजर आईं।
2009 में 'वांटेड' में काम करने के बाद आयशा की किस्मत चमकी और उनकी लोकप्रियता बढ़ने लगी। उसी साल 23 साल की उम्र में उन्होंने समाजवादी पार्टी के नेता अबू आजमी के बेटे फरहान आजमी से शादी कर ली।
शादी के बाद वह 'पाठशाला', 'मोड़' और 'आपके लिए हम हैं', जैसी फिल्मों में दिखाई दीं, लेकिन कोई भी फिल्म सफल साबित नहीं हुई। 2012 में आयशा ने रियलिटी शो 'सुरक्षेत्र' को होस्ट करती भी नजर आई थीं।
आयशा ने फिल्मों से दूरी बनाने के पीछे उनके किसिंग सीन के लिए मना करने को वजह बताया था। भिनेत्री का कहना था कि उन्हें पर्दे पर साफ-सुथरे किरदार निभाने थे, इसलिए उन्हें 'डोर' के बाद काम मिलना बहुत कम हो गया था।
ऐसे में धीरे-धीरे उनका बॉलीवुड से नाता खत्म होता गया और उन्होंने अपनी शादीशुदा जिंदगी को तवज्जो देते हुए इंडस्ट्री से दूरी बना ली। अब वह गोवा में अपने पति का बिजनेस संभालती हैं।