कृति सैनन को राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से सम्मानित किया गया है एक वक्त था, जब कृति को महज उनके ग्लैमर के लिए पहचाना जाता था। उन्होंने शोहरत का अच्छा सफर तय किया है। आइए, नजर डालते हैं उनके करियर पर।
कृति ने 2014 में फिल्म 'हीरोपंती' से बॉलीवुड में कदम रखा था। यह टाइगर श्रॉफ की भी डेब्यू फिल्म थी। यह फिल्म चर्चित जरूर रही, लेकिन बॉक्स ऑफिस पर कुछ खास कमाल नहीं कर पाई थी।
2015 में कृति रोहित शेट्टी की फिल्म 'दिलवाले' में नजर आईं। इस फिल्म में भी उनके लुक और ग्लैमर की ही चर्चा हुई और फिल्म में वह समीक्षकों और दर्शकों को प्रभावित करने में सफल नहीं हुईं।
2017 में कृति, सुशांत सिंह राजपूत के साथ 'राब्ता' में नजर आई थीं। फिल्म बॉक्स ऑफिस पर नहीं चली थी, ना ही समीक्षकों ने इस फिल्म को पसंद किया था। लक्ष्मण उतेकर की फिल्म 'बरेली की बर्फी' में पहली बार उन्हें अपने अभिनय को भुनाने का मौका मिला।
स्त्री' और 'कलंक' में आइटम सॉन्ग करने के बाद वह दोबारा ग्लैमर के खांचे में दब गईं। वह 'अर्जुन पटियाला', 'पानीपत', 'हाउसफुल 4' जैसी फिल्मों में नजर आईं, लेकिन इन फिल्मों में भी उनके अभिनय को दर्शक खारिज ही करते रहे।
2021 में उनकी फिल्म 'मिमी' ने एक बार फिर उनके करियर को चमकाने का काम किया। फिल्म अपने विषय के कारण खूब पसंद की गई। साथ ही फिल्म में कृति का जोरदार अभिनय देखने को मिला।
बीते दिनों कृति अपनी फिल्म 'भेड़िया' और 'आदिपुरुष' के लिए चर्चा में रहीं। दोनों फिल्मों में वह दो अलग अंदाज में नजर आईं। जहां 'भेड़िया' एक हॉरर कॉमेडी फिल्म थी, वहीं 'आदिपुरुष' लोगों की भावनाओं से जुड़ी धार्मिक फिल्म थी।