वाहनों का भार उठाने के लिए इनमें पतले और मजबूत फाइबर ग्लास का इस्तेमाल किया गया है। इन टायरों की सबसे बड़ी खासियत है कि ये कभी पंक्चर नहीं होते और इनसे टायर फटने के दौरान हुए हादसों को रोका जा सकता है।
कई वीडियो में टेस्ला की गाड़ियों को एयरलेस टायर के साथ टेस्टिंग करते स्पॉट किया गया है। दावा किया जा रहा है कि कारों में लगने वाले स्टैंडर्ड टायर के मुकाबला इस अनोखे टायर की उम्र भी काफी ज्यादा होगी।
2019 में जनरल मोटर और मिशेलिन ने साथ में मिलकर एयरलेस टायर बनाया था। सबसे पहले इसका इस्तेमाल जनरल मोटर की नई शेवरोले बोल्ट में किया गया। वहीं, कई अन्य गाड़ियों में इसकी टेस्टिंग हो चुकी है।
कई एक्सपर्ट ने यह दावा किया है कि एयरलेस टायर का असर गाड़ियों की माइलेज पर पड़ेगा। वहीं, अभी तक इस बारे में भी कोई आधिकारिक जानकारी नहीं है कि स्टैंडर्ड टायर की तुलना में इनकी उम्र कितनी ज्यादा है।