फिल्म के यादगार डायलॉग्स आज भी लोगों की जुबान पर आम बोलचाल के दौरान रहते हैं। 'राज, नाम तो सुना होगा', 'जा सिमरन, जी ले अपनी जिंदगी' जैसे डायलॉग्स को आज भी लोग दोहराते हैं। फिल्म के डायलॉग आदित्य चोपड़ा ने जावेद सिद्दीकी के साथ मिलकर लिखे थे।
'तुझे देखा तो' हिंदी सिनेमा के सबसे रोमांटिक गानों में से एक है। 'मेरे ख्वाबों में जो आए' को लता मंगेशकर की आवाज और काजोल के चुलबुले अंदाज ने यादगार बना दिया। उदित नारायण और लता द्वारा गाया 'मेहंदी लगा के रखना' आज भी शादी समारोहों की जान है।
फिल्म के कई दृश्य हैं जो न सिर्फ फिल्म की बल्कि बॉलीवुड की पहचान बन गए। सरसों के खेत में बाहें फैलाए खड़े शाहरुख खान को कौन भूल सकता है! वहीं ट्रेन पकड़ने के लिए राज का हाथ थामने भागती सिमरन वाला दृश्य आज भी कॉपी किया जाता है।
फिल्म सिमरन और राज के यूरोप ट्रिप पर आधारित था। कहा जा सकता है कि इस फिल्म ने ही कई युवाओं में यूरोप घूमने का क्रेज पैदा किया।
दक्षिणी मुंबई के मराठा मंदिर में यह फिल्म 27 सालों से चल रही है। सिर्फ कोरोना के कारण लगे लॉकडाउन में फिल्म की स्क्रीनिंग रोकी गई थी। इस सिनेमाघर में DDLJ देखने का अलग ही आनंद है।
आज के दौर में यह फिल्म OTT प्लेटफॉर्म अमेजन प्राइम वीडियो और MX प्लेयर पर देखी जा सकती है। फिल्म यूट्यूब प्रीमियर, गूगल प्ले मूवीज और ऐपल टीवी पर भी मौजूद है।