कौन थीं नोटी बिनोदिनी, जिनकी बायोपिक में नजर आएंगी कंगना रनौत?

किरदार

कंगना रनौत अपनी अगली फिल्म में बंगाली रंगमंच कलाकार नोटी बिनोदिनी का किरदार निभाएंगी। इस फिल्म को 'परिणीता' और 'मर्दानी' फेम निर्देशक प्रदीप सरकार निर्देशित करेंगे। फिल्म का लेखन प्रकाश कपाड़िया करेंगे।

परिचय

नोटी बिनोदिनी का जन्म 1862 में कोलकाता में हुआ था। उन्होंने महज 12 साल की उम्र से अभिनय का दामन थाम लिया था। वह जब मंच पर प्रस्तुति देतीं तो दर्शकों को अपने किरदार की अलग ही दुनिया में ले जाया करतीं थीं।

शुरुआत

1874 में उन्होंने अपनी पहली प्रस्तुति अपने गुरु गिरीश चंद्र घोष की देखरेख में कलकत्ता राष्ट्रीय रंगमंच पर दी थी। घोष इस रंगमंच के सह-संस्थापक थे। बंगाली रंगमंच के स्वर्णिम दौर का श्रेय घोष को दिया जाता है।

यादगार भूमिकाएं

इस सफर में बिनोदिनी ने 80 से ज्यादा किरदारों में अपनी जान डाली। इनमें सीता, द्रौपदी, राधा, आयशा, कैकई, मोतीबीबी जैसे किरदार शामिल हैं। उन्होंने विवाह विभारत, दुर्गेश नंदिनी, अगोमुनी, बुद्धदेव जैसे निर्माताओं के साथ कई यादगार भूमिकाएं निभाई थीं।

'चैतन्य लीला'

1884 में बिनोदिनी ने 'चैतन्य लीला' में वैष्णव संत चैतन्य महाप्रभु का किरदार निभाया था। कहते हैं कि इस लीला में उनकी प्रस्तुति देखकर दर्शकों में बैठे रामकृष्ण परमहंस ध्यान में चले गए थे।

अभिनय को अलविदा

24 साल की उम्र में जब उनका सफर अपने उच्चतम दौर में था, उन्होंने अभिनय छोड़ने का फैसला किया। हालांकि, उनके इस फैसले का कारण स्पष्ट नहीं है। महज 12 साल के करियर में उन्होंने अपनी अमिट छाप छोड़ी। 41 साल की उम्र में उन्होंने अंतिम सांस ली।