पैन इंडिया का मतलब है किसी क्षेत्रीय भाषा की फिल्म को कम से कम 4 भाषाओं डब करके रिलीज करना। आजकल न सिर्फ फिल्मों, बल्कि वेब सीरीज को भी तमिल, तेलुगु, हिंदी, कन्नड़ और मलयालम भाषाओं में डब करके रिलीज किया जा रहा है।
2015 में आई 'बाहुबली: द बिगनिंग' ने देश में पैन इंडिया रिलीज का चलन शुरू किया। इस फिल्म को तेलुगु, तमिल, मलयालम और हिंदी भाषा में रिलीज किया गया था। 'पैन इंडिया' मंत्र को 2015 के बाद रिलीज होने वाली लगभग हर बड़ी फिल्म के साथ अपनाया गया।
जब कोई स्टार भारत में कई जगहों पर काम कर रहा हो और कई भाषाओं में उसकी फिल्म देखी और पसंद की जा रही हो तो उस स्टार को पैन इंडिया स्टार कहते हैं। सबसे ज्यादा पैन इंडिया स्टार नाम से अगर कोई मशहूर हुआ है तो वो हैं प्रभास।
पैन इंडिया लोकप्रियता के मामले में प्रभास भले ही सबस ऊपर हैं, लेकिन पिछली बार आईं उनकी पैन इंडिया फिल्में 'साहो' और 'राधे श्याम' बॉक्स ऑफिस पर फेल हो गईं, वहीं उनकी हालिया रिलीज 'आदिपुरुष' की भी बॉक्स ऑफिस पर अब लंका लग रही है।
1959 में आई कन्नड़ फिल्म महिषासुर मर्दिनी भारत की पहली पैन इंडिया फिल्म थी। इसे 7 भाषाओं में देशभर में रिलीज किया गया था। तेलुगु में भी इस फिल्म का नाम 'महिषासुर मर्दिनी' ही था, जबकि हिंदी में इसे 'दुर्गा माता' नाम से रिलीज किया गया था।
1960 में रिलीज हुई 'मुगल-ए-आजम' को हिंदी के अलावा तमिल और तेलुगु भाषाओं में रिलीज किया गया था। ये पहली हिंदी फिल्म थी, जिसे 2 से ज्यादा भाषाओं में देशभर में रिलीज किया गया था। यह पहली पँन इंडिया हिंदी कारण कुछ ऐसी फिल्में होती हैं, जिन्हें निर्माता चाहते हैं कि पूरा देश उन्हें देखें।
प्रभास की 'सालार' और 'पुष्पा: द रूल' भी पैन इंडिया स्तर पर रिलीज होगी। शाहरुख खान की फिल्म 'जवान' हिंदी के अलावा कई क्षेत्रीय भाषाओं में रिलीज होगी। 'बड़े मियां छोटे मियां', 'इंडियन 2' और 'एनिमल' भी इसी फेहरिस्त में शामिल हैं।