इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ केरल (IFFK) का हर साल तिरुवनंतपुरम में आयोजन होता है। इसमें दुनियाभर की उम्दा फिल्मों का प्रदर्शन होता है। राज्य सरकार के संस्कृति विभाग के तहत आने वाली केरल राज्य चलचित्र अकादमी इसका आयोजन करती है।
IIFK की शुरुआत 1996 में हुई थी। यहां एशिया, अफ्रीका और लैटिन अमेरीका में बनीं फिल्मों को अलग-अलग श्रेणियों में अवॉर्ड दिया जाता है। वहीं समारोह में मलयालम सिनेमा के लिए अलग सेक्शन रखा जाता है।
इस फेस्टिवल में पिछले साल 'स्पिरिट ऑफ द सिनेमा' सम्मान की शुरुआत की गई थी। इस साल, 27वें IFFK में इस सम्मान के लिए ईरानी फिल्ममेकर महनाज मोहम्मदी को चुना गया है।
इसका आयोजन 9-16 दिसंबर तक होगा। इस बार साइबेरिया को फेस्टिवल के केंद्र में रखा गया है। फेस्टिवल में साइबेरिया की छह फिल्मों की स्क्रीनिंग होगी।
इस बार साइलेंट सिनेमा को भी फेस्टिवल में खास जगह दी जा रही है। पहली बार IFFK में लाइव म्यूजिक के साथ साइलेंट फिल्मों की सक्रीनिंग की जाएगी है। फेस्टिवल में पांच साइलेंट फिल्में दिखाई जाएंगी।