नसीरुद्दीन शाह हिंदी सिनेमा के दिग्गज अभिनेताओं में से एक हैं। फिल्मी पर्दों के साथ ही वह थिएटर के मंचों पर भी सक्रिय हैं। आइए, नजर डालते हैं उनकी सदाबहार फिल्मों पर।
1983 में आई यह फिल्म सामाजिक-राजनीतिक व्यवस्था पर बेहतरीन व्यंग्य है। फिल्म हंसाते-हंसाते भ्रष्टाचार की पोल खोलती है। यह फिल्म अमेजन प्राइम वीडियो पर देखी जा सकती है।
1983 में आई 'मासूम' हिंदी सिनेमा की सदाबहार फिल्मों में शुमार है। 'मासूम' एक परिवार की कहानी थी, जिसमें एक दिन पति के पुराने अफेयर की वजह से भूचाल आ जाता है। यह फिल्म अमेजन प्राइम वीडियो पर मौजूद है।
सिल्क स्मिता के जीवन पर आधारित इस फिल्म में विद्या बालन के साथ इमरान हाशमी और नसीरुद्दीन शाह भी नजर आए थे। फिल्म में नसीरुद्दीन और विद्या पर फिल्माए गए गाने 'ऊ ला ला' ने काफी सुर्खियां बटोरी थी। फिल्म डिज्नी+ हॉटस्टार पर है।
आतंकवाद पर बनी इस फिल्म में नसीर ने नकारात्मक भूमिका निभाई थी। फिल्म में वह गुलफाम हसन के किरदार में नजर आए थे। जगजीत सिंह का लोकप्रिय गीत 'होश वालों को खबर क्या' फिल्म में गुलफाम की गाता है। फिल्म ZEE5 पर है।
फिल्म भ्रष्टाचार और आतंकवाद पर चोट करती है और दिखाती है कि कैसे हर घटना का खामियाजा सिर्फ आम आदमी को भुगतना पड़ता है। यह फिल्म नेटफ्लिक्स पर मौजूद है।