1988 में आई फिल्म 'कयामत से कयामत तक' में आलोक ने पहले बार पिता का किरदार निभाया था। इस फिल्म में उन्होंने एक ऐसे शख्स की भूमिका निभाई थी, जो आमिर खान को पाल-पोसकर बड़ा करता है। इसके बाद से ही उनकी पिता के रूप में छवि बननी शुरू हो गई।
'मैंने प्यार किया' में सलमान खान के साथ भाग्यश्री की जोड़ी बनी थी। भाग्यश्री ने इस फिल्म से ही अपना डेब्यू किया था। आलोक ने इसमें उनके पिता की भूमिका निभाई थी। इस फिल्म की कहानी प्रेम और सुमन की थी, जिन्हें एक-दूसरे से प्यार हो जाता है।
यह आलोक की बेहतरीन फिल्मों में शुमार है। इस फिल्म में अभिनेता के साथ रीमा लागू नजर आई थीं, जो पर्दे पर मां की भूमिका निभाने के लिए मशहूर थीं। यह एक पारिवारिक कहानी है, जिसमें सलमान, माधुरी दीक्षित, मोहनीश, रेणुका शामिल थे।
बड़जात्या की 1999 में आई 'हम साथ साथ हैं' मल्टीस्टारर फिल्म थी, जिसमें एक परिवार के बीच के प्यार और साथ की कहानी को शानदार तरीके से दिखाया गया है। फिल्म में आलोक ने सैफ अली खान, सलमान और मोहनीश बहल के पिता का किरदार निभाया था।
'विवाह' भी बड़जात्या की फिल्म थी, जिसको दर्शकों ने काफी पसंद किया है। इस फिल्म में शाहिद कपूर और अमृता राव मुख्य भूमिका में थे। फिल्म में आलोक ने अमृता के चाचा का किरदार निभाया था, जो अपनी बेटी की तरह ही उससे प्यार करता है।
आलोक ने बड़े पर्दे पर ही नहीं, बल्कि छोटे पर्दे पर भी बाबूजी का किरदार निभाकर घर-घर में अपनी पहचान बनाई है। वह 'बिदाई', 'बुनियाद', 'रिश्ते नाते', 'कभी कभी', 'मेरे रंग में रंगने वाली', 'हम लोग' जैसे कई टीवी धारावाहिकों में यह भूमिका निभा चुके हैं।